संदेश

2025 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं
 आप हमे क्या मिले जिंदगी बदल गई, आपका प्यार हमेशा बरसता रहा, एक दूसरे को समझ कर आगे बढ़ते रहे, आई बहुत बाधाएं आपका सहयोग मिलता रहा, आपके साथ हमेशा यूं ही बरसता रहे, हर मौसम आपका अहसास रहे, आपका साथ हो तो जिंदगी बहुत खूबसूरत है, आप से ही साज श्रृंगार हैं, हर दिन होली रात दिवाली हैं, हम तो आपकी परछाई हैं, आप जहां होंगे हम वहीं होंगे, हम दोनों का प्यार यूं ही महकता रहे, आप मेरी जिन्दगी की सुहानी किताब हैं, आप मेरे चांद में आपकी चांदनी हूं, जिंदगी में कभी साथ ना छोड़ना, हर पल हर घड़ी आपका प्यार हमेशा बरसता रहे।। वैवाहिक वर्षगांठ की बहुत-बहुत बधाई  गरिमा लखनवी

पर्यावरण दिवस

  आओ मिलकर पेड़ लगाए, इस धरती को स्वर्ग बनाए, होगी जब  चारों ओर हरियाली, तो धरती लगेगी प्यारी, पेड़ पौधे बहुत काम आते, पेड़ न हो तो बारिश ना हो, धरती पर त्राहि त्राहि मच जाए, पेड़ो पर पंछी की आवाज मन को लुभाती हैं, हे मनुष्य तुम क्यों पेड़ काट रहे हो, इस हरी भरी धरती को बाँझ क्यों बना रहे हो, आओ हम सब ये आज प्रण लें, हम सब पेड़ लगाएंगे, इस धरा को स्वर्ग बनाएंगे।। गरिमा लखनवी

योग दिवस

  21 जून को हम योग दिवस मनाते है, क्या एक दिन ही योग दिवस करना चाहिए, रोज योग करने से शरीर स्वस्थ रहता हैं, मन भी एकाग्र रहता हैं, प्रणायाम करने से हमको मिलता लाभ, योगा सेहत के लिए वरदान होता हैं, एक दिन योग करने से लाभ नहीं मिलता है, रोज रोज योग करने से डॉ के पास नहीं जाना होता है, योग के अभ्यास करने से कोई रोग नहीं होता हैं, शरीर लचीला फुर्तीला होता है, एक दिन योग न कर सारे साल योग करे, योग साधना से हमें जीवन को दिशा मिलती हैं, अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की बहुत बहुत बधाई।। गरिमा लखनवी

नर्स दिवस

  मैं एक नर्स हूँ, मैं दूसरे का जीवन बचाती हूं, सारे गम छुपाकर मैं मरीजो को हंसाती हूँ, बस यही मेरा काम है,  खुद से ज्यादा मरीजों की फ़िक्र करती हूँ, रात दिन की परवाह नहीं करती हूं, मां की तरह फ़र्ज़ निभाती हूँ, बीमारी में जब कोई साथ न देता, तो मे निस्वार्थ भाव से सेवा करती हूँ, मुझे लेडी विद द लैंप कहा जाता है, डॉक्टर अगर जरूरी है तो नर्स भी जरूरी हैं, ऑपरेशन के दौरान अगर नर्स न हो तो क्या ऑपरेशन पूरा हो जाएगा, नर्स का जीवन बहुत महान होता है, सभी नर्सों को मेरा प्रणाम है।। नर्स दिवस की बहुत बहुत बधाई  गरिमा लखनवी

दीवानी

  मैं तेरी दीवानी हूँ, हां मैं तेरी दीवानी हूँ , कभी खुद से कभी सबसे बेगानी हूँ । रोके कोई आज मुझे दिल लगाने से,  सांसे भी खत्म न ही ऐसी दीवानी हूँ।  रोक सके कोई मुझे तुमसे मिलने से, ऐसी किसी में हिम्मत नहीं मैं तेरी दीवानी हूं। लाख जमाना दुश्मन बने पाँव में जंजीर डाले , सारे जंजीरों को तोड‌कर तुझसे मिलने आईं हूँ। चाँद कहता है मुझसे तुम मदमस्त हो,  चाँद को क्या पता मैतेरी दीवानी हूँ।। गरिमा लखनवी

सिंदूर

   पहलगाम में निर्दोषों की जान ली, क्या सोचा कुछ होगा नही, भारत बदल रहा हैं, इसका पता पूरी दुनिया को पता चल गया, सोचा होगा कुछ न होगा, भारत डर जायेगा, सिंदूर का बदला ले लिया, बहुत सहा हमने अब न सहेंगे, दुश्मन के निशान मिटा देंगे, भारत जब शांत रहता है, तो प्यार बरसाता है, जब भारत के जवान के इशारा मिलता है, तब इतिहास रच देता हैं, जिन्होंने मासूम को दूसरी दुनिया पहुंचाया, जवानों ने उनके घर को जलाया, भारत ने नई शौर्य गाथा लिखी, सारे जवानों को मेरा मेरा शत शत नमन।। गरिमा लखनवी

शिव की महिमा

  शिव ही शक्ति शिव ही भक्ति,  शिव ही पूजा शिव ही सर्वस्व, शिव के सर पर गंगा सोहे,  शिव के माथे चंद्रमा विराजे, शरीर पर भस्म लपेटे,  ऐसे शिव की आज बारात निकली है,  मां पार्वती आस लगाए बैठी है, शिव आकर ले जाएंगे, मेरी सब कामना पूरी होगी, करेंगे हम सब मिलकर रुद्राभिषेक,  शिव मंत्रो का जाप करके, जीवन सरल बनाएंगे, शिवरात्रि के इस पावन पर्व पर, सबके जीवन में सुख आएगा, शिव की कृपा बनी रहे सब पर,  यही शुभकामना हम देते हैं ||  महाशिवरात्रि की सभी को बहुत-बहुत बधाई|  गरिमा लखनवी

बसंत पंचमी

  पीली चुनर ओढ़ कर आयी ज्ञान की देवी, सूरज ने आंखें खोली चारों ओर फिजा महक गयी,  मौसम ने करवट ली,  सरसों के खेतों में पीली परिधान  बिछ गयी, मां सरस्वती की कृपा से अज्ञानता का अंधेरा दूर हो, ज्ञान बुद्धि और विवेक का मिले ढेर सारा आशीर्वाद, कोयल की  कूक से,  बगिया में बहार आई,  बसंत पंचमी का यह त्यौहार,  सब बच्चों को होता प्यारा,  मां सरस्वती का आशीर्वाद मिले,  यही ध्येेय हमारा, मां तू ही इस चेतन मन में,  करती ऊर्जा का संचार,  तेरी कृपा बरसती रहे,  हम सबका हो उद्धार,  चहूॅ और पीली फिजा करती मन को मनमोहक है, मां सरस्वती का अभिनंदन करें,  उनके चरणों में बंदन करें,  मां के चरणों में कोटि-कोटि प्रणाम|| बसंत पंचमी के सभी को हार्दिक शुभकामनाएं गरिमा  लखनवी

प्यार

  प्यार एक एहसास है,  जो दो दिलों को पास लाता है, प्यार दीवानगी है,  जिसमें दो दिल डूब जाते हैं, प्यार एक पूजा है,  जो राधा कृष्ण की तरह किया जाता है, प्यार एक कशिश है,  जो दो दिलों को एक दूसरे के करीब लाती है,  प्यार एक बरसात है, जो दो दिलों के  अंतर मन को भिगो देती है, प्यार आसमान है,  जो दो दिलों को अपने आगोश में ले लेती है,  प्यार सागर है,  जिसमें दो दिल आकर मिल जाते हैं, प्यार एक फूल है,  जो दिलों में खुशबू फैलाता है, प्यार एक एहसास है, जो दो दिलों को पास लाता है|| गरिमा  लखनवी

धोखा

   आप तो ऐसे न थे,  मगर मेरी किस्मत मुझे कहाँ ले आई, इस दोराहे रास्ते पर मुझे,  मंजिल का पता भी नहीं,  मेरी मंजिल मुझे मिले  या ना मिले,  आपकी बातों पर यकीन करके,  मैंने धोखा खाया है,  अपने आप को पहचानने की हिम्मत, अब मुझमें नहीं बची,  आप ने ऐसा क्यों किया,  क्यों दिया धोखा मुझे?  कह देते में तुम्हारी मंजिल नहीं, तुम्हारी मंजिल कोई और है,  क्या बिगड जाता आपका,  मैं तो यकीन कर लेती,  आप मुझे धोखा न देगें,  पर अब क्या करूँ,  जिन्दगी से उब होने लगी,  समझ में नहीं आता किस पर यकीन करें,  आप से ऐसी उम्मीद तो ना थी,  मुझे क्या पता कि आप ऐसे मतलबी बन जायेंगे।। गरिमा Lucknavi