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दर्द भरी याद

कुछ सूखे पत्ते किताबों में मिले तेरी याद दिला  गए मेरे दिल की गहराइयो से पूछो कितना याद आते हो तुम  अब तेरे बिन रहा जाता नहीं  तुम से हम कितना प्यार करते है हर साँस  में तुम बसे  हो पास मेरे तुम थे लगता था सब कुछ है मेरे पास जल्दी से आ जाओ तुम मेरी हर धड़कन बुलाती है चाँद को जब देखती हूँ तो तुम्हारी याद आती है हमें बहुत तड़पाती  है खाव्बो में भी तुम आते हो मेरी नीड उड़ाते हो तुम्हारी यादो में के सिवा  कुछ याद नहीं अब आ जाओ तुम वापस मेरी हर हर साँस बुलाती है तेरी याद बहुत दर्द जागती  है गरिमा

नारी की कहानी

किस बात की पीड़ा है किस बात का डर है क्यों घबराती   हो छींटाकशी से ये तुम्हे सौगाते मिली है चरित्र और मर्यादा का ढोंग हमें ही करना है सारी  रीति रिवाज़ हमें ही निभाने है फिर भी हमें ही बदनाम किया जाता है पुरुष कुछ भी करे वो सब ठीक है नारी पर हो रहे अत्याचारों को नारी की गलती बतया जा रहा है इतिहास गवाह है नारी हर जगह ठगी गयी है चाहे वो जुआ हो या हो बाजार उसे क्यों सामान समझा जाता है ऐसे लगता है नारी केवल भोग की वस्तु है फिर क्यों देवी की पूजा करते है जो नियम बनाये वो एकतरफा हो गए नारी में भी दर्द होता है वो भी एक इंसान है गरिमा

बरसते मेघ

बरसते मेघ क्या कहते है, धरती की ताप मिटाते है, प्यार की बरसात कर जाते है, फिर भी कुछ नहीं मांगते किसी से, तह तरफ हरियाली छाती है। पेड़ पौधे नाचने लगते है, काली काली घटाये जब छाती है। मन चंचल हो जाता है, बरसते मेघ कहते है, तुम अपना आँचल फैला लो, समेट लो जहां की खुशियाँ, मेघ कहते है हटा दो दुनिया से सारी बुराईयो को, बरसा दो हर तरफ प्यार की सौगातें, डूब जाये सभी प्यार की बारिश में।। गरिमा

जिंदगी हसीन है

जिंदगी हसीन होती है, जिंदगी हसना सीखती है, जिंदगी हालातो से लड़ना सिखाती है जिंदगी भी अजीब पहेली  है, जिंदगी बहुत अच्छी सहेली है, जिंदगी जीना आसान नहीं होता है, हर पल सुख से जीना आसान नहीं होता,  जिंदगी हर दिन इम्तहान लेती है , हमें हर इम्तहान से गुजरना होता है जिंदगी से जो चाहते है, वो मिलता नहीं है जिंदगी हमें हर रूप दिखाती  है जिंदगी के रूप कई है कभी धूप  तो कभी छाँव है जिंदगी जिंदगी खुशनुमा होती है जिंदगी गम का सागर होती है जिंदगी एक विस्वास है जिंदगी को रोकर जो जीते है  जिंदगी उन्हें रुलाती है जो हसकर दुखो का सामना करते है जिंदगी उन्हें हसाती है जिंदगी में आज काली रात है तो कल दिवाली है जिंदगी बहुत हसीन है गरिमा

दिवाली की खुशियाँ

हमने कहा प्रिय - आओ दिवाली मनाये खुशियों का रंग सबके चहरे पर ले आये दिए की लौ से हर तरफ अँधेरा दूर भगाये जैसे ही दिया हमने जलाया देखा दूर कही अँधेरा फैला है और बच्चो की सिसकती आवाज़ मेरे दिल को भेद रही है हम वहाँ गए तो देखा करुण क्रन्दन हो रहा था सब बैचेन थे कैसे दिवाली मनाये जब पड़ोस में अँधेरा हो तो प्रिय हम कैसे दिवाली मनाये फिर दिए लाकर दिए हमने और मिठाई से शुभ किया हमने बच्चो को  पाटखे दिए हमने फिर भी दिल उदास है कैसे मनाये दिवाली हम माँ की आखो में वो सूनापन क्या त्यौहार हमारे नहीं है बच्चे दूध और अच्छा खाना को तरसे तो प्रिय ऐसे में कैसे दिवाली मनाये हम गरिमा 

ग्लोबल वार्मिंग

मानव कुछ नहीं समझ रहा है,   हरे भरे पेड़ काट रहा है। पत्थर के शहर बना रहा है, जीना  अपना दूभर कर रहा है। जब गर्मी बढ़ती है तो कहते है, हाय पेड़ क्यों नहीं लगाए, पानी क्यों  नहीं बचाया, धरती का पारा बढ़ रहा है। मानव उसमे झुलस रहा है, फिर भी हम पेड़ न लगाएंगे, ईंट पत्थरों का घर बनायेंगे। फिर क्यो हम भगवान को कोसते हैं, भगवान कुछ नहीं कर रहा है। जो कर रहे हैं हम कर रहे हैं, कहीं बाढ़ तो कहीं सुनामी आयेगी, प्रकृति से खिलवाड़ किया तो वो हमें सतायेगी। एसी जरूरी है, पेड़ नहीं, गाड़ी जरूरी है, हवा नहीं। सबको दोष दे देंगे, अपना दोष दिखाई नहीं देगा। गरिमा

प्यार का मौसम

प्यार का  मौसम बहुत सुहाना होता है, प्यार में भीग जाने का मन होता है। जिंदगी का हर लम्हा बहुत प्यारा होता है, प्यार का सपना बहुत प्यारा होता है। चाँद की चांदनी में डूब जाने का  मन होता है, प्यार की बारिश में भीगने का मन होता है। प्यार का रंग कुछ ऐसा चढ़ा मुझ पर, दौड़ कर गले लगाने का मन होता है। दिल में तुम्हारा नाम होता है, लबो पर तुम्हारा नाम होता है, धड़कने गुदगुदाने लगती है। नींद  में तुम्हारे ही ख्बाब आते है, प्यार में हम डूब डूब जाते है। बंद आखो में भी तुम्हारा ही चेहरा होता है, प्यार में हर रंग सुहाना लगता है। सावन में जब बरसात होती है, उस बारिश में तुम्हारे साथ भीग जाना चाहत हू। पर्याय का मौसम बहुत सुहाना होता है।। गरिमा

मतदान

आओ मतदान करे फिर से बदलाव करे लोकतंत्र की हो रही है शादी हम सब बन जाये बाराती वोट हमें डालना है जरुरी कोई शिकयत न रहे अधूरी हम सबको जगाना है मतदान सबको कराना  है अब तो जग जाओ तुम सब केवल वोट पर चर्चा न करे हवा बदलाव की आ रही है चुनाव की घंटी बज रही है लोकतंत्र का यह त्यौहार सब मिलकर मनाओ हरबार चुनाव नहीं है ये मतदान है नए भारत का निर्माण हम करे सारे विश्व में झंडा बुलंद हो भारत का जो सेवक हो उनको दो कमान भारत फिर से हो जाये महान गरिमा 

डेमक्रेसी

डेमोक्रेसी क्या है प्रियतम के वादों  की तरह होती है प्रियतम के वादे तो पूरे हो जाते है पर डेमोक्रेसी के वादे पूरे होते नहीं डेमोक्रेसी भाईचारे की तरह होती है जो होता तो है पर निभाया नहीं जाता डेमोक्रेसी का मतलब  आज़ादी होता है आज़ादी रामनाम की, आज़ादी हर काम की, आज़ादी लूटने की, आज़ादी सबको ठगने की आज़ादी समानता की आज़ादी अमीरो को अमीर बनाने की आज़ादी गरीबो को गरीब बनाने की डेमोक्रेसी का मतलब समानता भी होता है सामान विचारो से होता है प्रियतम के विचार तो मिल सकते है डेमोक्रेसी में कभी नहीं मिलते डेमोक्रेसी घर से दफ्तर तक होती है लोग एक दूसरे  पर चिल्लाते है डेमोक्रेसी बहुत तड़पाती  है बहुत इंतज़ार कराती है प्रियतम तो आ जाता है डेमोक्रेसी कभी नहीं आती गरिमा 

होली के रंग

होली के रंग भी कितने अच्छे होते है, होली के रंगो में उल्लास होता है, मौज मस्ती का त्यौहार होता है सारी  फ़िज़ा रंगीन लगती है एक दुसरे को रंग लगाओ कड़वाहट को दूर भगाओ प्रेम का त्यौहार है ये सब मिलजुल कर त्यौहार मनाओ होली सबके दिलो को रंगती  है नफरत पर रंगो की बरसात कर दे दो दिन की होती है जिंदगी तो क्यों पाले हम नफरत याद आती है बचपन की बाते कितना सुन्दर लगता है वो पल जब नाचते झूमते हम होली मानते थे पकवानो से मन भर जाता था गरीब बच्चो को रंग देते थे उनके चहरे  की मुस्कान मन मोह लेती थी उनको पकवान खिलाना बहुत अच्छा लगता था होली पर्व है उल्लास का गरिमा 

लोग क्या कहेंगे

आज हम सब इसी सोच में डूबे है, लोग क्या कहेंगे, अपने सपनो को पूरा न कर पाए, इसी सोच में डूब गए की लोग क्या कहेंगे  हम भीड़ से अलग चलकर अपनी पहचान बनाये, पर कुछ कर न पाए क्योकि लोग क्या कहेंगे प्यार करना चाह रहे थे, पर लोग क्या कहेंगे पढाई में अच्छे नम्बर आ गए, तो लोग क्या कहेंगे जीत पापा अगर डॉक्टर है और बेटा डॉक्टर न बन पाया, तो लोग क्या कहेंगे जब हम कुछ करने की सोचे उसका परिणाम कुछ भी आये पर लोग क्या कहंगे लोगो की बाते सुनकर अगर काम करना चाहे तो कुछ न कर पाएंगे जिसने अपना रास्ता खुद बनाया तो भी लोगो ने कहा की क्या इंसान है लोग कुछ भी कहे हमें अपना काम करना है लोग क्या कहेंगे में पढ़कर अपना जीवन व्यर्थ नहीं करना है लोग तो कहते है चाहे अच्छा करो या बुरा हमें अपनी मंजिल खुद बनानी है फिर लोग कुछ भी कहे गरिमा 

भारतीय सैनिको को सलाम

 माँ अपने सैनिक बेटे से कहती है - में तेरी जननी हूँ बेटा, भारत माँ तेरी असली माँ है इस भारत माँ पर कुरबान हो जा मेरी कोख को सुख दे दे बेटा अपनी माँ से कहता है- माँ तो जननी है मेरी, भारत माँ को सुख दूंगा जब भी माँ पर आएगी आफत दुश्मन का सीना छलनी कर दूंगा आज फिर कुछ साथियो को दुश्मन ने मार गिराया है में जाता हु माँ तेरी गोद से भारत माँ ने बुलाया है माँ कहती है- जाओ बेटा जल्दी जाओ, भारत माँ को आज़ाद कराना  है उन बेटो का बदला ले लो जिनको दुश्मन ने मार गिराया है बदला लेकर आना बेटा, दुश्मन को पीठ दिखाना न, मेरी कोख गर्व करेगी में तेरा राजतिलक करुँगी बेटा जाता है- आओ आओ दुश्मन आओ मैं  तुमको मार गिराता हूँ अपने भाइयों की शहादत का बदला लेकर जाता हूँ दुशमन को मार कर वापस बेटा आता है- माँ खुश होकर कहती है तूने मेरी कोख का मान रखा है गरिमा 

आतंकवाद एक ज्वलंत समस्या

भारत पाक की दुश्मनी सदियों पुरानी  है, हर बार पाक की तरफ से सीज फायर का उलंघन होता है और भारत के कुछ जवान शहीद हो जाते है. आतंकवाद का अर्थ है समाज को अपने कुकृत्यों से भयभीत कर देना आतंकवाद कहलाता है. जो उन्हें भयभीत कर दे वो आतंकवादी कहलाते है १४ फरवरी को जो कुछ हुआ वो बहुत गलत हुआ सरे देश में इस टाइम भूचाल आया हुआ है, अब समय आ गया है की पाक को जबाब देना होगा भारत को इस बार सभी देशो को बताना होगा की भारत की तरफ कोई आँख उठायेगा  तो उसकी खैर नहीं.                                                   इतिहास गवाह है की मानवता पर दानवता भरी पड़ी है दानवता का नाश करने कोई न कोई आगे आया है.  आतंकवादी सोचते है की भारत को डरा कर उस पर राज़ कर लेंगे लेकिन यह संभव नहीं है. आतंकवाद के खिलाफ आज सरे देश भारत के साथ खड़े है उसका कारण है की उन्हें भी आतंकवाद का दर्द झेलना पड़ा है आतंकी गतिविधयों को तह में जाकर देखना होगा भारत की तरफ से महतोड़ जबाब देना होगा राष्ट्रीयता की भावना से ओतप्रोत पूरा समाज है बस एक चिंगारी की जरुरत है. आजादी का बिगुल बजने वाला है.                                  भारत की चेतवानी 

मातृ पितृ दिवस

माता पिता हमारे जीवन में बहुत महत्व रखते है, उनको केवल एक दिन याद कर लेने मात्र से हमारे दायित्व की पूर्ती नहीं होती है जिन्होंने हमें जन्म दिया पाला  पोसा, जीवन जीने की कला सिखाई क्या उन्हें बस एक दिन याद कर लेना बहुत होता है माँ पापा हमारे जीवन की धुरी होते है माँ अगर धरती है तो पिता आकाश होता है पिता अपनी जिम्मेदारी हमेशा निभाता है. माँ से बड़ा कोई नहीं है भगवन से बढ़कर माँ पापा होते है, हमें सही रास्ता दीखते है, माँ पापा अपने भूखा रखकर हमें खाना खिलाते  है, उनका कर्ज कोई नहीं उतार सकता है।                                        माता पिता अपने सब बच्चो को सामान समझते है, कोई भेद भाव नहीं करते उनकी हर जरुरत पूरा करते है आधुनिक युग में माँ पापा की परिभाषा बदल गयी है. बच्चे उन्हें बोझ समझते है उनके लिए ओल्ड ऐज होम ढूँढ़ते है जब माँ पापा को सबसे ज्यादा जरुरत अपने बच्चो की होती है तब वो उनके पास नहीं होते है वो अपना दर्द किसी से नहीं पाते क्या केवल मातृ पितृ दिवस मना लेना ही उचित है बच्चे ये क्यों नहीं समझते ही माँ पापा से बढ़कर कोई नहीं है बच्चो को अपने माँ पापा की सेवा करनी चाहिए माँ पाप

हर लम्हा तुहारी यादो का

हर लम्हा तुम्हारी यादो में गुजरता है, तुम्हारे पास होने का अहसास दिलाता है, तुम्हारी मीठी मीठी सी बातों का अहसास दिलाता है तुम याद करते हो, तो सावन की याद आती है, वो पहली बारिश में भीगना याद आता है तुम्हारा अपने आप में खो जाना याद आता है मदहोश करती है तुम्हारी वो नशीली आखे, उन आखो में खो जाने को दिल चाहता है तुम जिन रास्ते पर मेरे साथ साथ चले, वो रास्ते आज भी बहुत याद आते है हमारा वो चोरी चोरी मिलना एक दूसरे से, वो प्यार भरी बरसातों में भीगना, प्यार में बिताये हर अच्छे बुरे लम्हे, बहुत याद आते है यादो के झरोखों के हर मोती, में समेटना चाहती हूँ तुम्हारी  हर अच्छाई को अपना मंजर बनाकर, हम उन अच्छाई में डूब जाना चाहते है सदिया बीत जाती है किसी को अपना बनाने में, हम तुम्हे अपना बनाना चाहते है तुम्हारी प्यार भरी हर हरकत पर, हम कुर्बान होना चाहते है   गरिमा

पिता का वादा

 एक पेड़ होते  है पिता' जिसकी छाँव में सुकून मिलता है,  हमें चलना सीखते है पिता हमसे वादा करते है पिता वो कभी हमें गलत रस्ते पर चलने नहीं देंगे वो हमेशा हमारा हाथ थाम लेंगे, हमारी हर गलती को माफ़ करेंगे,  अपना हर वादा निभाते है पिता, पर जब  कुछ गलत करते है पिता अपना वादा भूल जाते है पिता  तो हम उन्हें सही रस्ते पर लाते है उनको सही गलत का फर्क बताते है  जब शराब पीकर आते है पिता, और घर में सबको मारते है, सब कुछ भूल जाते है पिता उनके बच्चे उनको अपना वादा याद दिलाते है फिर  दुखी हो  जाते है पिता, अपने बच्चो से माफ़ी मांगते है और देते है सारी  खुशियाँ  पिता,  न हो पिता तो जीवन है सूना अपने हर वादे को निभाते है पिता गरिमा   

शिक्षा का महत्व

शिक्षा का स्वरुप बिगड़ गया है पहले शिक्षा का रूप कुछ और था और आज कुछ और हो गया है शिक्षा का वास्तविक अर्थ सीखना होता है भारत में वर्तमान शिक्षा प्रणाली ब्रिटिश प्रतिरूप पर आधारित है जिसे सन १८३५ में लागू किया गया. उस समय से आज में बहुत परिवर्तन आ गया है   आज कल पढाई मोबाइल से हो गयी है सारी  जानकारी नेट पर उपलबध है सभी के लिए शिक्षा प्राप्त करना बहुत जरुरी है अगर व्यक्ति शिक्षित नहीं होगा तो तरक्की नहीं कर पायेगा                          आज शिक्षा के मायने बदल गए है शिक्षा का बाजारीकरण हो गया है लोगो को  मोटी मोटी  फीस देनी पड़ती है सरकारी स्कूलों में कोई पढ़ना नहीं चाहता है प्राइवेट स्कूलों में लोग डोनेशन\देकर पढ़ा रहे है वह पढाई के नाम पर प्राइवेट कोचिंग में बच्चो को बुलाते है अभिवावक पर दोहरा खर्चा पड़ता है पढाई के नाम पर खानापूर्ति हो रही है क्या ज्ञान खरीदा जा सकता है? आज यह वयवसाय बन गया है अध्यापको को पढ़ने नहीं आ रहा है कुछ लोग तो अपनी जगह किसी और थोड़ा पैसा देकर बच्चो को पढ़वा रहे है शिक्षा का स्वरूप बिलकुल बदल गया है गांव में आज भी पढाई जीरो है सरकार जितने भी प्रयास कर ले शिक्षा से

मेरा प्यार

अचानक मेरे दिल में अहसास होता है, कोई मेरे आस पास होता है, उसकी आखो के समुन्दर में, डूबने का अहसास होता है बेइंतहा चाहती  हूँ में तुम्हे, तुम्हारी सासो में डूब जाना चाहती  हूँ दीये और बाती  की तरह, हर रिश्ता निभाना चाहती  हूँ पागलो की तरह तुमसे प्यार करती  हूँ , प्यार की हर रस्म निभाना चाहती हूँ जो सपने हमने देखे थे साथ मिलकर, उन सपनो को पूरा करना चाहती हूँ यादो के झरोखों में जाकर, उन अहसासों के साथ जीना चाहती हूँ एक दूसरे के बारे में  शिकयत करके, तुमसे रूठ जाना चाहती हूँ तुम मुझे मनायो, में तुम्हे मनाऊ , इस  तरह प्यार बढ़ाना चाहती हूँ तुम प्यार हो मेरा और में तुम्हारा, इस अहसास में डूब जाना चाहती हूँ गरिमा