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फ़रवरी, 2019 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

भारतीय सैनिको को सलाम

 माँ अपने सैनिक बेटे से कहती है - में तेरी जननी हूँ बेटा, भारत माँ तेरी असली माँ है इस भारत माँ पर कुरबान हो जा मेरी कोख को सुख दे दे बेटा अपनी माँ से कहता है- माँ तो जननी है मेरी, भारत माँ को सुख दूंगा जब भी माँ पर आएगी आफत दुश्मन का सीना छलनी कर दूंगा आज फिर कुछ साथियो को दुश्मन ने मार गिराया है में जाता हु माँ तेरी गोद से भारत माँ ने बुलाया है माँ कहती है- जाओ बेटा जल्दी जाओ, भारत माँ को आज़ाद कराना  है उन बेटो का बदला ले लो जिनको दुश्मन ने मार गिराया है बदला लेकर आना बेटा, दुश्मन को पीठ दिखाना न, मेरी कोख गर्व करेगी में तेरा राजतिलक करुँगी बेटा जाता है- आओ आओ दुश्मन आओ मैं  तुमको मार गिराता हूँ अपने भाइयों की शहादत का बदला लेकर जाता हूँ दुशमन को मार कर वापस बेटा आता है- माँ खुश होकर कहती है तूने मेरी कोख का मान रखा है गरिमा 

आतंकवाद एक ज्वलंत समस्या

भारत पाक की दुश्मनी सदियों पुरानी  है, हर बार पाक की तरफ से सीज फायर का उलंघन होता है और भारत के कुछ जवान शहीद हो जाते है. आतंकवाद का अर्थ है समाज को अपने कुकृत्यों से भयभीत कर देना आतंकवाद कहलाता है. जो उन्हें भयभीत कर दे वो आतंकवादी कहलाते है १४ फरवरी को जो कुछ हुआ वो बहुत गलत हुआ सरे देश में इस टाइम भूचाल आया हुआ है, अब समय आ गया है की पाक को जबाब देना होगा भारत को इस बार सभी देशो को बताना होगा की भारत की तरफ कोई आँख उठायेगा  तो उसकी खैर नहीं.                                                   इतिहास गवाह है की मानवता पर दानवता भरी पड़ी है दानवता का नाश करने कोई न कोई आगे आया है.  आतंकवादी सोचते है की भारत को डरा कर उस पर राज़ कर लेंगे लेकिन यह संभव नहीं है. आतंकवाद के खिलाफ आज सरे देश भारत के साथ खड़े है उसका कारण है की उन्हें भी आतंकवाद का दर्द झेलना पड़ा है आतंकी गतिविधयों को तह में जाकर देखना होगा भारत की तरफ से महतोड़ जबाब देना होगा राष्ट्रीयता की भावना से ओतप्रोत पूरा समाज है बस एक चिंगारी की जरुरत है. आजादी का बिगुल बजने वाला है.                                  भारत की चेतवानी 

मातृ पितृ दिवस

माता पिता हमारे जीवन में बहुत महत्व रखते है, उनको केवल एक दिन याद कर लेने मात्र से हमारे दायित्व की पूर्ती नहीं होती है जिन्होंने हमें जन्म दिया पाला  पोसा, जीवन जीने की कला सिखाई क्या उन्हें बस एक दिन याद कर लेना बहुत होता है माँ पापा हमारे जीवन की धुरी होते है माँ अगर धरती है तो पिता आकाश होता है पिता अपनी जिम्मेदारी हमेशा निभाता है. माँ से बड़ा कोई नहीं है भगवन से बढ़कर माँ पापा होते है, हमें सही रास्ता दीखते है, माँ पापा अपने भूखा रखकर हमें खाना खिलाते  है, उनका कर्ज कोई नहीं उतार सकता है।                                        माता पिता अपने सब बच्चो को सामान समझते है, कोई भेद भाव नहीं करते उनकी हर जरुरत पूरा करते है आधुनिक युग में माँ पापा की परिभाषा बदल गयी है. बच्चे उन्हें बोझ समझते है उनके लिए ओल्ड ऐज होम ढूँढ़ते है जब माँ पापा को सबसे ज्यादा जरुरत अपने बच्चो की होती है तब वो उनके पास नहीं होते है वो अपना दर्द किसी से नहीं पाते क्या केवल मातृ पितृ दिवस मना लेना ही उचित है बच्चे ये क्यों नहीं समझते ही माँ पापा से बढ़कर कोई नहीं है बच्चो को अपने माँ पापा की सेवा करनी चाहिए माँ पाप

हर लम्हा तुहारी यादो का

हर लम्हा तुम्हारी यादो में गुजरता है, तुम्हारे पास होने का अहसास दिलाता है, तुम्हारी मीठी मीठी सी बातों का अहसास दिलाता है तुम याद करते हो, तो सावन की याद आती है, वो पहली बारिश में भीगना याद आता है तुम्हारा अपने आप में खो जाना याद आता है मदहोश करती है तुम्हारी वो नशीली आखे, उन आखो में खो जाने को दिल चाहता है तुम जिन रास्ते पर मेरे साथ साथ चले, वो रास्ते आज भी बहुत याद आते है हमारा वो चोरी चोरी मिलना एक दूसरे से, वो प्यार भरी बरसातों में भीगना, प्यार में बिताये हर अच्छे बुरे लम्हे, बहुत याद आते है यादो के झरोखों के हर मोती, में समेटना चाहती हूँ तुम्हारी  हर अच्छाई को अपना मंजर बनाकर, हम उन अच्छाई में डूब जाना चाहते है सदिया बीत जाती है किसी को अपना बनाने में, हम तुम्हे अपना बनाना चाहते है तुम्हारी प्यार भरी हर हरकत पर, हम कुर्बान होना चाहते है   गरिमा

पिता का वादा

 एक पेड़ होते  है पिता' जिसकी छाँव में सुकून मिलता है,  हमें चलना सीखते है पिता हमसे वादा करते है पिता वो कभी हमें गलत रस्ते पर चलने नहीं देंगे वो हमेशा हमारा हाथ थाम लेंगे, हमारी हर गलती को माफ़ करेंगे,  अपना हर वादा निभाते है पिता, पर जब  कुछ गलत करते है पिता अपना वादा भूल जाते है पिता  तो हम उन्हें सही रस्ते पर लाते है उनको सही गलत का फर्क बताते है  जब शराब पीकर आते है पिता, और घर में सबको मारते है, सब कुछ भूल जाते है पिता उनके बच्चे उनको अपना वादा याद दिलाते है फिर  दुखी हो  जाते है पिता, अपने बच्चो से माफ़ी मांगते है और देते है सारी  खुशियाँ  पिता,  न हो पिता तो जीवन है सूना अपने हर वादे को निभाते है पिता गरिमा   

शिक्षा का महत्व

शिक्षा का स्वरुप बिगड़ गया है पहले शिक्षा का रूप कुछ और था और आज कुछ और हो गया है शिक्षा का वास्तविक अर्थ सीखना होता है भारत में वर्तमान शिक्षा प्रणाली ब्रिटिश प्रतिरूप पर आधारित है जिसे सन १८३५ में लागू किया गया. उस समय से आज में बहुत परिवर्तन आ गया है   आज कल पढाई मोबाइल से हो गयी है सारी  जानकारी नेट पर उपलबध है सभी के लिए शिक्षा प्राप्त करना बहुत जरुरी है अगर व्यक्ति शिक्षित नहीं होगा तो तरक्की नहीं कर पायेगा                          आज शिक्षा के मायने बदल गए है शिक्षा का बाजारीकरण हो गया है लोगो को  मोटी मोटी  फीस देनी पड़ती है सरकारी स्कूलों में कोई पढ़ना नहीं चाहता है प्राइवेट स्कूलों में लोग डोनेशन\देकर पढ़ा रहे है वह पढाई के नाम पर प्राइवेट कोचिंग में बच्चो को बुलाते है अभिवावक पर दोहरा खर्चा पड़ता है पढाई के नाम पर खानापूर्ति हो रही है क्या ज्ञान खरीदा जा सकता है? आज यह वयवसाय बन गया है अध्यापको को पढ़ने नहीं आ रहा है कुछ लोग तो अपनी जगह किसी और थोड़ा पैसा देकर बच्चो को पढ़वा रहे है शिक्षा का स्वरूप बिलकुल बदल गया है गांव में आज भी पढाई जीरो है सरकार जितने भी प्रयास कर ले शिक्षा से