प्यार का मौसम

प्यार का  मौसम बहुत सुहाना होता है,
प्यार में भीग जाने का मन होता है।
जिंदगी का हर लम्हा बहुत प्यारा होता है,
प्यार का सपना बहुत प्यारा होता है।
चाँद की चांदनी में डूब जाने का  मन होता है,
प्यार की बारिश में भीगने का मन होता है।
प्यार का रंग कुछ ऐसा चढ़ा मुझ पर,
दौड़ कर गले लगाने का मन होता है।
दिल में तुम्हारा नाम होता है,
लबो पर तुम्हारा नाम होता है,
धड़कने गुदगुदाने लगती है।
नींद  में तुम्हारे ही ख्बाब आते है,
प्यार में हम डूब डूब जाते है।
बंद आखो में भी तुम्हारा ही चेहरा होता है,
प्यार में हर रंग सुहाना लगता है।
सावन में जब बरसात होती है,
उस बारिश में तुम्हारे साथ भीग जाना चाहत हू।
पर्याय का मौसम बहुत सुहाना होता है।।

गरिमा



टिप्पणियाँ

आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल बुधवार (08-05-2019) को "मेधावी कितने विशिष्ट हैं" (चर्चा अंक-3329) पर भी होगी।
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

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