शास्त्री और गांधी
शास्त्री और गांधी कहा गए,
आज आपकी जरुरत फिर भारत माँ को है,
हर तरफ अराजकता का बोलबाला है ,
न शांति है न चैन है माँ के आँचल में,
भारत माँ ढूंढ रही अपने सपूतो को,
शास्त्री और गांधी फिर आ जाओ भारत में,
आज आपका जन्मदिन है,
इस दिन भी अमन चैन नहीं है,
मानवता खत्म हो गई इस दुनिया से,
सब एक दूसरे के खून के प्यासे है,
पीडितों को न्याय नहीं मिल रहा है,
उनके सपनों को रौंदा जा रहा है,
आओ आज फिर हम सब कसम खाये,
शास्त्री और गांधी का भारत बनाये,
शास्त्री और गाँधी की गाथा सदा अमर रहेगी,
यही उनको जन्मदिन की सही बधाई होगी।।
गरिमा लखनवी
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