हिन्दी दिवस

हिन्दी  दिवस आ गया
हिन्दी फिर उदास हो गयी
लोग  एक दिन ही उसे याद क्यों करते है
वो उदास इसलिए भी  है,
बाकी भाषा की तरह उसे हमेशा क्यों नहीं पूछा जाता है
हिन्दी की ऐसी दुर्दशा क्यों हो गयी
हिन्दी केवल कुछ लोगो की भाषा बन कर रह गयी
आज हर जगह अंग्रेजी का बोलबाला है
अगर अंग्रेजी न आये तो आपको कुछ नहीं आता है
राजभाषा  हिंदी नाम की रह गयी है
   केवल   एक दिन हिन्दी को मनाने से
काम खत्म नहीं होगा
वरना हिन्दी हमेशा उदास रहेगी
-गरिमा

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

मुझे जाने दो

महिलाओं की स्थिति चिंताजनक