नेताओ की लड़ाई
देश के नेता लड़ रहे है
कुत्ते बिलिओ की तरह,
हर नेता को चहिये सत्ता
भले ही जनता चाहे हो कितनी फटेहाल
हर पाँच वर्ष में यह है जागते
किसी को प्याज की चिंता
तो किसी को याद आता है हिंदुत्व
कुछ तो ऐसे है जो सजाये है ख्याब
अगर सत्ता मिल जाये
तो कैसे माल कमाये,
जनता बिचारी फटेहाल
कोई डूबा शेयर मार्केट में
तो कोई महंगाई से परेशान
चारो तरफ है नारा
हमें वोट दो हमें वोट दो
और उन नौजवानो का
मिल गया गुजारा
अब उनको मिल रहा है काम
कि नेता जी को वोट दिलाओ
और हमसे माल कमाओ
कहा जायेगी इस देश कि जनता
हर नेता है पैसे का भूखा
किसको जिताओ भैया
इससे अच्छा मुँह ढ़ककर सो जाओ भैया
कुत्ते बिलिओ की तरह,
हर नेता को चहिये सत्ता
भले ही जनता चाहे हो कितनी फटेहाल
हर पाँच वर्ष में यह है जागते
किसी को प्याज की चिंता
तो किसी को याद आता है हिंदुत्व
कुछ तो ऐसे है जो सजाये है ख्याब
अगर सत्ता मिल जाये
तो कैसे माल कमाये,
जनता बिचारी फटेहाल
कोई डूबा शेयर मार्केट में
तो कोई महंगाई से परेशान
चारो तरफ है नारा
हमें वोट दो हमें वोट दो
और उन नौजवानो का
मिल गया गुजारा
अब उनको मिल रहा है काम
कि नेता जी को वोट दिलाओ
और हमसे माल कमाओ
कहा जायेगी इस देश कि जनता
हर नेता है पैसे का भूखा
किसको जिताओ भैया
इससे अच्छा मुँह ढ़ककर सो जाओ भैया
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