पिता जीवनदाता
पिता जीवनदाता होते है,
माँ की तरह प्यारे होते है,
माली की तरह सीचा हमको,
सब दुखो से बचाकर रखा हमको,
जैसे पॊधो को माली सम्हालते है,
वैसे पिता हमें सम्हालते है,
पिता हर बात हमारी पूरी करते हैं,
अपने भूखे रहकर भी वो
पेट हमारा भरते है,
पिता दुखो की परछाई भी हम पर पड़ने नहीं देते हैं,
पिता से ही बच्चो का दुलार है,
पिता से हर त्यौहार है
पिता से ही माँ का सुहाग है,
पिता से ही जीवन का संचार है,
पिता नहीं तो जीवन अनाथ है,
पिता भगवान के बाद दूजा नाम है,
पिता नहीं तो जीवन बेकार है,
पिता ही जीवन की साँस है,
पितृ दिवस पर उनको कोटि कोटि प्रणाम है। ।
गरिमा लखनऊ
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