अम्बेडकर की कहानी

 

14 अप्रैल 1891 को महू छावनी में जन्म लिया,

अपनी माता की गोद को धन्य किया,

बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे,

कई उपलब्धियां हासिल की,

भारत माता की स्वतंत्रता के लिए ,

सराहनीय योगदान रहा,

2 साल 11 माह 18 दिन में संविधान रचकर,

एक नया इतिहास बनाया,

धर्म जाति से ऊपर उठकर,

धर्मनिरपेक्षता का पाठ पढ़ाया,

बौद्ध धर्म को अपनाकर,

बौद्ध धर्म की दीक्षा ली,

दलित पिछड़ों में दीप जलाकर,

मानवता का पाठ पढ़ाया,

ऐसे महापुरुष जिसने भारत को नयी दिशा दी,

युगपुरुष कहलाते है,

 पंक्तियाँ भी कम है ऐसे महापुरुष का गुणगान करने  को ,

ऐसे महापुरुष को मेरा शत शत नमन। ।

गरिमा लखनवी

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