कौन है वो
कौन है वो जिसका है इंतजार
खड़ा दरवाजे पर कौन
किसकी है आहट
दबे पाँव कोई आ रहा है
हुई थोड़ी सी हलचल
आ गया वो
ये तो कोई अजीब सा इन्सान है
किसे लेने आया है
एक सांस टूटी
और ले गया वो अजीब इन्सान
एक ज्योति
और छोड़ गया वो निर्जीव शरीर
किसके लिए
सिर्फ रोने के लिए
एक मलाल रहा
कुछ न कर पाए हम
इस जिन्दगी में
बेकार हो गया जीवन
व्यर्थ की बातो में
अब एक आस आयेंगे
फिर से इस जहा में
कुछ के तो आसूं पूछ पाएंगे हम
खड़ा दरवाजे पर कौन
किसकी है आहट
दबे पाँव कोई आ रहा है
हुई थोड़ी सी हलचल
आ गया वो
ये तो कोई अजीब सा इन्सान है
किसे लेने आया है
एक सांस टूटी
और ले गया वो अजीब इन्सान
एक ज्योति
और छोड़ गया वो निर्जीव शरीर
किसके लिए
सिर्फ रोने के लिए
एक मलाल रहा
कुछ न कर पाए हम
इस जिन्दगी में
बेकार हो गया जीवन
व्यर्थ की बातो में
अब एक आस आयेंगे
फिर से इस जहा में
कुछ के तो आसूं पूछ पाएंगे हम
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बधाई !