संदेश

मार्च, 2023 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

विदाई

 सूना है कॉलेज और सूना है क्लासरूम  आपकी आदत से हम सब है मजबूर  आपकी याद जो आती है हमको तड़पती है  कौन देगा अब हमको पढ़ाई के लेक्चर  आप जो चली गई जीवन सूना हो गया  आपकी याद जो आती हैं हमको तड़पती है  आपकी वो बातें आपकी वो अदाएं हमे याद आयेंगी सुहानी वो यादे  दिल रोरहा है आखें भी है नम आपकी विदाई सबकी है आखें नम  सूना है कॉलेज और सूना है क्लासरूम  आपकी आदत से हम सब है मजबूर

होली

  रंगों का त्योहार है होली, खुशियों की सौगात है होली, मा पिता का प्यार है होली, बच्चों की शरारत है होली। पकवानों का स्वाद है होली, महिलाओं का गीत है होली, भांग की गोली है होली, फूलों से खेली जाती है होली। कान्हा राधा का प्यार है होली, दोस्तों का प्यार है होली, दुख को सुख में बदलना है होली, उल्लास की बात है होली। दुआओं का रंग है होली, बड़ों का आशीर्वाद है होली, पति पत्नी का प्यार है होली, नफरत को प्यार में बदलती है होली। प्यार के रंग में रंग की है होली, आओ मिलकर खेले होली।। गरिमा

कविता दिवस

   कविता क्या है, ये आज तुमको बताती हूं,  कविता प्यार की परिभाषा है,  कविता श्याम राधा का प्यार है, कविता कवि की कलम से निकली उसकी आवाज है,  कविता अमन है चयन है,  कविता मां पिता का प्यार है, कविता लैला मजनू हीर रांझा है,  कविता सम्मान है,  कविता चाहत है,  कविता गुस्से को शांत करने की दवा है, कविता रोते के चेहरों पर खुशी है , कविता जिंदगी है,  कविता जीने का सबक है,  कविता लोगों की खुशियां है।। गरिमा Lucknavi

महिला दिवस

महिला दिवस पर ही क्यों महिला को याद किया जाता है?  महिला को कमजोर न समझो  ये तो एक चिंगारी है  हर युग में महिला ने ही सम्हाली जिम्मेदारी है  घर हो या दफ्तर हो या फिर हो कोई भी हो जिम्मेदारी  कभी सास तो कभी बहु बन  लेती हर जिम्मेदारी है  कैसी बिडंबना है  महिला को सिर्फ एक ही दिन याद किया जाता है  महिला नहीं है तो जग सूना है  महिला से होती हर पूजा है  महिला है तो रौनक है  महिला है तो सब कुछ है  फिर भी अत्याचार उन्ही पर होता  वो सह लेती है सारा दुःख  फिर भी हसती  रहती है  जीवन का वरदान है महिला  हर एक शान है महिला  भगवान भी शक्ति मानते महिला को  फिर इंसान क्यों उसे छोटा समझता है  महिला का भी अपना अस्तित्व है  इसको क्यों नहीं मान लेते  महिला दिवस पर ही याद कर लेने से  नहीं होगा सम्मान उसका  महिला को देना होगा हर दिन सम्मान  गरिमा लखनवी

धोखा

  जीवन में बहुत धोखे मिलते हैं, जिन्दगी ही धोखा लगने लगती हैं, अब क्या शिकायत करू तुझसे ए जिन्दगी, हर समय हमे धोखा ही मिला, हमने दोस्ती की तो लगा एक सच्चा दोस्त हमे मिला, उसने भी अपने स्वार्थ के लिए दोस्ती की, हमे बीच रास्ता में धोखा देकर चला गया, हमने प्यार किया वो भी धोखा देकर चला गया, अब किस पर ऐतबार करे, धोखा खाकर तबीयत भी खराब कर ली, हॉस्पिटल गए तो जिन्दगी ने धोखा दे दिया, यमराज के पास गए तो वहा भी धोखा मिला, आना किसी और को था और धोखे से हम आ गए। । गरिमा लखनवी

शिव की,महिमा

शिव  जी बहुत भोले है,  भोले भंडारी कहलाते है उनकी  महिमा है निराली  सबके दुःख  हरते है लोगो को सुख देकर बाकी  विष वो पीते है सब  तेरे दर्शन को तरसे सब तुझसे मिलने को आये कहा है भोले दर्शन दो देश में हो रहा अत्याचार, मिटा दो अंधकार क्यों बेबस है जनता क्यों नहीं पीते   विष  प्याला विष है धन,  जिसने छीना अमन चैन हर कोई एक दुसरे का प्यासा कहा गया वो भाईचारा शिव तेरे इस संसार में बहुत हो गए रावण अब लो फिर से अवतार तुम हो सके फिर भाईचारा तुम ही मिटा सकते हो  अँधियारा भोले तुम हो कहा