कृष्ण


जो होगा में वो अर्पण करूँगी, 

पकवान नही तो दही माखन मिश्री का भोग लगा दूंगी,

कृष्ण खुशिओं की बरसात कर दो,

मेरे देश से नफरत की दीवार गिरा दो,

हर तरफ़ प्यार ही प्यार बरसा दो 

कृष्ण तुम हमारी प्रार्थना सुन लो, 

फिर से आ जाओ धरती पर 

अपनी लीला दिखा कर सबके दुख दूर करो,

कृष्ण आ जाओ धरती पर

नफरत को प्यार में बदल दो,

कृष्ण तुम बांसुरी बजा कर 

गायों को कटने से बचा लो,

कृष्ण मेरी फरियाद सुन लो

कृष्ण तुम आ जाओ धरती पर 

गरिमा पर 

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