प्यार पर क्या लिखू


प्यार पर क्या लिखू
ये समझ नहीं आता है
जीत लिखू या हार  लिखू
या अपना प्यारा संसार लिखू
खिलती हुई धूप  लिखू
या ठंडी ठंडी बयार लिखू
बारिश की बूंदो का प्यार लिखू
या मेघो का गर्जन लिखू
सावन की हरियाली लिखू
या धरती आकाश का मिलन  लिखू
सागर की गहराई लिखू
या धरती का प्यार लिखू
माँ बच्चो का प्यार लिखू
या माँ की डॉट का दुलार लिखू
पापा का प्यार लिखू
या उनका आशीर्वाद लिखू
बेटी की विदाई लिखू
या ससुराल में सास का प्यार लिखू
भाई बहन का लाड लिखू
या उनका तकरार लिखू
प्यार पर क्या लिखू
रात की ख़ामोशी में सिसकती आवाज़ लिखू
या रात में चांदनी की शीललता लिखू
क्या लिखू में प्यार में
अपने दिल का हाल लिखू
गरिमा 

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