शिव की,महिमा
शिव जी बहुत भोले है,
भोले भंडारी कहलाते है
उनकी महिमा है निराली
सबके दुःख हरते है
लोगो को सुख देकर
बाकी विष वो पीते है
सब तेरे दर्शन को तरसे
सब तुझसे मिलने को आये
कहा है भोले दर्शन दो
देश में हो रहा अत्याचार,
मिटा दो अंधकार
क्यों बेबस है जनता
क्यों नहीं पीते विष प्याला
विष है धन, जिसने छीना
अमन चैन
हर कोई एक दुसरे का प्यासा
कहा गया वो भाईचारा
शिव तेरे इस संसार में
बहुत हो गए रावण अब
लो फिर से अवतार तुम
हो सके फिर भाईचारा
तुम ही मिटा सकते हो
अँधियारा
भोले तुम हो कहा
भोले भंडारी कहलाते है
उनकी महिमा है निराली
सबके दुःख हरते है
लोगो को सुख देकर
बाकी विष वो पीते है
सब तेरे दर्शन को तरसे
सब तुझसे मिलने को आये
कहा है भोले दर्शन दो
देश में हो रहा अत्याचार,
मिटा दो अंधकार
क्यों बेबस है जनता
क्यों नहीं पीते विष प्याला
विष है धन, जिसने छीना
अमन चैन
हर कोई एक दुसरे का प्यासा
कहा गया वो भाईचारा
शिव तेरे इस संसार में
बहुत हो गए रावण अब
लो फिर से अवतार तुम
हो सके फिर भाईचारा
तुम ही मिटा सकते हो
अँधियारा
भोले तुम हो कहा
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