जंगल  कट गए
बंगले बन गए
हरी रंग की धरती
काली पीली हो गयी 
कट रहे है पेड़
गुम रहा है  जंगल
कैसे होगी बारिश
कौन देखेगा हरियाली 
रोज रोज बनते बंगले
रोज रोज कटते जंगल
क्या होगा प्रक्रति का
या तो होगी धूप
या होगी ठण्ड
जंगल ऐसे ही कटे
तो क्या होगा प्रक्रति का  
 
 

 
 

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

स्वप्न बिकते है

मुझे जाने दो

राखी का बंधन