संदेश

हमारा रिश्ता

  हमारा रिश्ता भी क्या खूब है,  जो कोई समझ ना सका,  हम दोनों बह गए इस रिश्ते में, ऐसा लगा मानो,  कई सदियों से तुम्हें जानते हैं,  क्या पूर्व जन्म का रिश्ता तो नहीं,  तुम पास नहीं होते,  तो लगता है कुछ खाली सा है,  दिल के किसी कोने से टीस आती है,  तुम्हें देखे बिना मन नहीं मानता,  क्या तुम्हें भी ऐसा अह्सास होता है,  तुमसे बात नहीं होती तो ऐसा लगता है,  जैसे आज दिन निकला ही नहीं,  है कोई रिश्ता हमारा तुम्हारा,  जिसे हम कोई नाम ना दे तो अच्छा है, तेरी बातों में कौन सा जादू है,  जिसे सुनकर सब भूल जाते हैं,  बड़ी मन्नतों के बाद पाया है ये रिश्ता,  हमारा रिश्ता सबसे न्यारा है,  ऐसे लगता है प्रभु ने तुम्हें मेरे लिए भेजा है, जो दिल में रहते हैं, उन्हें कभी भूल नहीं सकते,  हमारे रिश्ते को हम भूल नहीं सकते,  हमारा रिश्ता सबसे अनमोल है,  आपको कभी हम दिल से दूर नहीं कर सकते ।। गरिमा लखनवी

चाहत

 तेरी बातें मन को लुभाती है,  हर पल तुम से मिलना चाहती है,  तेरा गाना मुझे लुभाता है,  सीधी साधी बातें तेरी,  मन को हरषाती है,  दिल के हर कोने में तुम ही नजर आते हो,  तेरी याद मुझको तड़पाती है, तेरी आखों की मस्ती में डूब जाती हूँ,  तुम कब मेरे हो गये,  यह दिल को पता नहीं,  साथ हो तुम्हारा तो हर मंजिल आसान है,  हर सफर सुहाना लगता है, तेरे से हम हैं,  तुम ही मेरी आस हो,  मेरा साथ कभी छोड़ें  नहीं, तेरे साथ बात करना अच्छा लगता हैं।। गरिमा

मेरे सपनों की गुल्लक

  सोचा आज अपने सपनों की गुल्लक खरीद लू,  उसमें में जहाँ भर की खुशियां भर लू,  जब कोई दुःखी हो तो उस पर वो खुशियां बिखेर दु,  कोई भी जहाँ में दुःखी ना हो,  मेरे सपनों के गुल्लक में मेँ हर खुशियो के पल चुरा कर रख लू,  जब किसी को जरूरत हो तो मेँ वो गुल्लक तोड़ दु,  जिंदगी बहुत अजीब पहेली है,  हर वो सपने जो मैने देखे हैं,  वो अपने गुल्लक मेँ कैद कर लू,  मेरे सपनों का कोई  रंग नहीं है,  मेँ  उन सपनों में रंग भर दु,  मेरे सपनों की गुल्लक अनमोल है, उसे कोई चुरा ना ले,  ऐसा जतन कर दु,  पैसे की गुल्लक तो सबकी होती हैं,  मेरी गुल्लक प्यार, एकता, अपनापन की है,  जो कहीं बाजार में मिलती नहीं,  मैने जो सपनों की गुल्लक ली,  वैसी गुल्लक कहीं मिलती नहीं।। गरिमा Lucknavi

करवाचौथ

   चाँद तुमको मेरी कसम, तुम जल्दी से आ जाना , में दिन भर अपने पति की लंबी उम्र के लिए, भूखी प्यासी रहती हूं,  तुम जिस पल खुश होते हो,  में सोलह शृंगार कर प्रिये,  तुमको में रिझाती हूं,  हर पल साथ तुम्हारा हो,  यही प्रार्थना करती हूं,  हर जन्म हो साथ तेरा,  चाँद में तेरा दीदार करने को, सुबह से इंतजार करती हूं,  ए चांद तुम जल्दी से आना,  मैं चलनी से सजना का दीदार करू, मेरा संसार तुम से है,  पूजा की थाल सजाकर में,  बैठी हूं हाथों में मेहंदी लगाकर, कर रही हूं चांद तेरा इंतजार,  आ जाओ जल्दी से तुम ।। गरिमा Lucknavi

जीवन का सच

  जीते जी किसी का सम्मान ना कर पाए,  तो मरने के बाद उसका गुणगान क्यों करते हैं,  जीवन छड़भंगुर है यह कोई समझ ना पाया,  क्या खोया क्या पाया इसी का आकलन करते रहे,  जीवन सुख दुःख का मिश्रण है,  जीवन परिवर्तन का नियम है,  जीवन को संवारना है,  जीवन को निखारना है,  जीवन फूल की तरह है,  पहले कल फिर फूल फिर मुरझा जाता है,  जीवन रंग मंच का मेला है,  सब आते है अपना किरदार निभाने,  लोग क्यों किसी की भावनाओं से हरदम खेलते हैं,  क्या सोचते हैं की दूसरे के दिल पर कुछ असर ना होगा,  वो पागल है जो दूसरों के लिए अपना समय बर्बाद करते हैं,  हम तो यारों, यारो की मस्ती में मस्त रहते हैं। । गरिमा

दीदार

 मुद्दतों से बड़ी तमन्ना थी मुझे तुमसे मिलने की, पर दिख ना रहा था रास्ता मुझे कोई मेरी ज़िन्दगी में, लेकिन गये क्या हम उनके दर पर, खुलते ही दरवाजा के हो गए दीदार उनके, दीदार होते ही नज़रे चार हुई,  आँखों ही आँखों में बात हुई, कुछ शिकवे तुम्हारे थे,  कुछ शिकवे हमारे थे,  क्यों चले गए थे जीवन से,  ऐसा लगता था मानो जिंदगी वीरान हो गई हो,  सारे जहाँ की खुशियां तुम अपने साथ ले गए हों,  ऐसे मिले हम तुमसे,  जैसे जन्मों से बिछड़े हुए हो,  आकर मिले गले एक दूजे से,  सारे गिले शिकवे आसुओं में बह गए।। गरिमा Lucknavi

वृद्धावस्था

 जीवन की आपाधापी में, क्या खोया क्या पाया हमने,  आज चलो विचार करे मिल,  कितने पल हमने साथ बिताएं, तुम बच्चों के साथ व्यस्त रही,  हम उनके लालन पालन में,  कोई सुकून ना पाया हमने,  आज वहीं बच्चे हमे ना पूछते,  जीवन की सारी उम्र हम दोनों ने , उनके लिए समर्पण कर दी,  अब हमदोनों एक साथ  बैठ,  अपनी यादे ताजातरीन कर ले, जो कुछ जवानी में हमने खोया,  आज बुढ़ापे में हम हर हसरत पूरी कर ले,  हम उस दहलीज पर खड़े हुए हैं, कब कौन बिछुड़ जाए पता नहीं,  ए मेरे जीवनसाथी यू ही तुम,  सदा सदा साथ निभाना। । Garima Lucknavi