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बर्फ की जिंदगी

बर्फ की जिंदगी कितनी कठिन होती है हर समय पत्थर  बने रहना, धूप की जब किरणे परी तो पिघलना शुरू हो गया बर्फ से मिलती जिंदगी है रिश्ते  जिनको हम बर्फ की तरह कठोर बना देते है हम अपनी मै में खो जाते है कोई भी बड़ा अपनी धूप  रुपी बुद्धि देना भी चाहे, तो हम लेना नहीं चाहते क्यों? क्योकि हम बर्फ की तरह कठोर हो जाते है तो हमें सबकी बात खराब लगती है रिश्ते पूछते है की क्या हम इसी तरह जमे रहेंगे ? क्या कोई गर्मी इन रिश्तो  पिघला पायेगी हर घर में बर्फ जमी है कोई नहीं चाहता की सूरज की रौशनी पड़े और रिश्तो पर पड़ी बर्फ पिघलने लगे -गरिमा

नया साल कुछ ऐसा हो

नया साल में नयी चीजे हो भारत से भूख गरीबी दूर हो पेप्सी कोला बंद हो बर्गर पीजा बंद हो सब लोग भारतीय भोजन करे महँगाई घटे बेतन बढे लोगो में भाईचारा हो भाई भाई से न  लड़े प्यार ही प्यार बढे लड़की की हत्या न हो बहू कोई जलाई न जाये बहू को बेटी समझा जाये सांसद लड़ाई न करे जनता को बुद्धू न बनाये जनता का हित सब सोचे उनके दुःख  दर्द सब समझे बेटा माँ पिता को माने बहू  सास को माँ माने सब तरफ प्यार ही प्यार फेले  ऐसा नया साल हो मेरा -गरिमा