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सावधान पाकिस्तान

कब बधाए रोक सकी है हम आज़ादी के परवानो को कितनी बार   और इम्तहान लेगा पाकिस्तान हमारी हर बार हाथ बढ़ाया दोस्ती का पर हर बार मिला धोखा कितनी बार और लेगा इम्तहान हमारा फिर गिरेंगे फिर उठेंगे सीना ताने हम न झुके है न झुकेंगे चाहे कुछ भी कर लो तुम कितना और करोगे खून खराबा उसका न कोई है हिसाब अब सम्हल जाओ वीरो ने ललकारा सावधान हो जाओ पाकिस्तान वीरो ने ललकारा  गरिमा