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चौथा मौसम

भारत में चौथा मौसम भी होता है  जो हर पाँच साल में आता है   ये मौसम सबसे अच्छा होता है  क्योकि इसमें कुछ नए वादे होते है, जो पाचवे साल ही याद आते है  जनता बेचारी सोचती है  की ये मौसम क्यों आता है  कोई अच्छा काम करे तो भी बुराई होती है  बार बार वही चुन कर आता है  जिसके पास वादे होते है  जनता को लुभाने के लिए  इस पाँचवे मौसम में तो एक नया वादा आया है  नोटबंदी से जिनको नुकसान हुआ  सब उनके साथ है  इस बार का मौसम जो आ रहा है  वो क्या रंग लायेगा ? ये कोई नहीं जानता  - गरिमा 

जीवन धूप और छाव

कभी धूप तो  कभी छाव है जिंदगी मीठे खट्टे अनुभव का नाम है जिंदगी कुदरत की नियामत है जिंदगी अगर ये  जिंदगी न होती तो क्या होता नए नए अनुभव देती है जिंदगी हर नए पाठ पढ़ाती है जिंदगी जिसे कोई न  समझ पाए वो सबक है जिंदगी अपने कर्मो के आधार पर चलती है जिंदगी कोई न जान सके ऐसी पहेली है जिंदगी किसी के लिए बहुत प्यारी है जिंदगी किसी के लिए रो रो कर गुजरती है जिन्दगो हर हाल में खुश रहे ऐसी है जिंदगी माँ से मिले उपहार है जिंदगी हम ऐसे ही न बिताए जिंदगी कुछ कर  दिखाए हम जिंदगी को दूसरो से हटकर बिताये जिंदगी जिंदगी भी कहे क्या है जिंदगी - गरिमा 

काला धन

आज कल एक ही चर्चा है काला धन क्या है ये काला धन पैसे को कभी काला और सफ़ेद नहीं देखा है पर सब लोग कह रहे काला धन होता है धन का कोई रंग नहीं होता धन तो सबके काम आता है वो गरीब हो या अमीर कुछ लोग ऐसे है जो धन को दबा कर रखे है जो हमारे देश को खोखला कर रहा है जो हुआ अच्छा हुआ सरे गरीब और अमीर बराबर हो गए सबसे ज्यादा तो चोट महिलायो पर लगी उनका छुपा हुआ धन बहार आ गया पति सारे खुश हो गए की उनका पैसा उन्हें मिल गया धन काला या सफ़ेद नहीं होता नीयत काली और सफ़ेद होती है नीयत अच्छी  हो तो सब कुछ अच्छा होता है गरिमा 

दोस्ती का महत्व

दोस्त  कौन  होते है जो अपने काम आये वही दोस्त होते है पर आज दोस्ती में स्वार्थ आ गया है हर कोई मतलबी  है बहुत कम दोस्त होते है जो बिना स्वार्थ के काम आये ऐसे लोग पथ प्रदर्शक होते है  वो कभी गलत रास्ता नहीं  बताते ऐसे लोग भगवान  को भी प्यारे होते है दोस्ती बहुत अनमोल होती है कुछ भी खो जाये  दोस्ती नहीं खोनी चाहिए सच्चे दोस्त बहुत कम होते है दोस्त के दिल में प्यार ही प्यार होता है दोस्त बनता है हर मुश्किल का सहारा - गरिमा 

गाँधी व शास्त्री को नमन

गाँधी व शास्त्री तुम कहा गए आज आपकी जरुरत फिर भारत माँ  को है हर तरफ अराजकता का  बोलबाला  है , आतंकबाद  का बोलबाला है न शांति है न चैन है माँ के आँचल में भारत माँ  ढूंढ रही अपने सपूतो को गाँधी व शाश्त्री आप फिर  आ जाओ भारत में  आज आपका जन्मदिन है इस दिन  भी  अमन चैन नहीं है सब एक दूसरे के खून के प्यासे है आओ आज फिर हम सब कसम खाये गाँधी व शास्त्री का भारत बनाये यही उनको जन्मदिन की सही बधाई होगी - गरिमा

पाक को करारा जबाब

ऐ वीर जवानों उठ जाओ भारत माँ ने ललकारा है. अब  बहुत हो चुका कतले - आम अब सबने ललकारा है कितने निर्दोष आतंकबाद के भेंट चढ़े माँ  के लाल सो गए गोद में कब तक सूनी  होगी बहनो की आँखे अब बदला लेने की बारी  है अब न करो शांति की बात वो भाषा आती नहीं पाक को न करो रहम उन पर जिन्होंने माता की गोद को असमय उजाड़ा है अब समय आ गया उनको  उनकी आकौत दिखाने का -गरिमा

हिन्दी दिवस

हिन्दी  दिवस आ गया हिन्दी फिर उदास हो गयी लोग  एक दिन ही उसे याद क्यों करते है वो उदास इसलिए भी  है, बाकी भाषा की तरह उसे हमेशा क्यों नहीं पूछा जाता है हिन्दी की ऐसी दुर्दशा क्यों हो गयी हिन्दी केवल कुछ लोगो की भाषा बन कर रह गयी आज हर जगह अंग्रेजी का बोलबाला है अगर अंग्रेजी न आये तो आपको कुछ नहीं आता है राजभाषा  हिंदी नाम की रह गयी है    केवल   एक दिन हिन्दी को मनाने से काम खत्म नहीं होगा वरना हिन्दी हमेशा उदास रहेगी -गरिमा

बेटी घर की शान

घर की शान होती है बेटिया  दिल का अरमान होती है बेटिया बेटो से बढ़कर होती है बेटिया पापा   की आन होती है बेटिया घर से लेकर बाहर तक का मान होती है बेटिया न हो बेतिया तो जग हो सूना हर  त्यौहार की रंगत रंगत होती   बेटिया भारत की शान बेटिया बेटी से ही हर जगह है रौनक फिर भी ये कैसी बिडम्बना माँ के रूप में लोग पूजते है बेटियों  को  और घर में बेटियो को पीटते है क्यों ससुराल में बेटियो को तंग किया जाता है? ससुराल  की शान होती है बेटिया - गरिमा

शिक्षक दिवस

पहला गुरु हमारी माँ होती है. हमारा ज्ञान जो बढ़ाते है  वो हमारे गुरु  होते है गुरु हमें  दुनिया की बाते सिखाते है गुरु हरदम पूजनीय होते है जो भी हम बनते है वो गुरु के सीखने से ही बनते है अगर गुरु न मिले तो जीवन भटक जाता है गुरु के   बिना ज्ञान अधूरा है जब हम अच्छा करते है  तो हमारा उत्साहवर्धन करते है और गलितयों पर हमें  समझाते है श्री कृष्ण और हनुमान  भी गुरु के आगे शीश नवाते है गुरु महान होते है उन्हें शत शत प्रणाम - गरिमा 

सावन आया

 सावन आया, बर्षा लाया जल में डूबा  सारा संसार हर तरफ है खुशहाली झूम रही  है डाली डाली ऐसे में आती तुम्हारी याद वो  बरसात की रात हर तरफ थी बरसात उस में तेरा साथ था कितना प्यारा बरसात में काले बादलो  को देखना कितना प्यारा लगता था सावन आया खुशिया लाया साथ लाया प्रियतम की याद ए ! प्रिये तुम आ जाओ और भिगो दो मेरे तन मन को सावन में नदिया कल कल करती है और उस आवाज में आती प्रियतम की याद -गरिमा

चाँद की चमक

चाँद कहता है मुझसे आदमी क्या अनोखा जीव है उलझन खुद पैदा करता है फिर न सोता है, और मुझसे बाते करता है रात भर मेरी चमक में अपने को निहारता है मेरी आगोश में आकर अपनी उलझन भूल जाता है चाँद अपनी चांदनी के साथ हर गम भूल जाता है चाँद पूरी रात सबको मीठी नींद सुलाता है स्वप्न में लोग चाँद की चमक देखते है और  देखते है हर दुःख सुख को अपने और उन दुखो और सुखो को सुबह भूल कर फिर चाँद का इंतज़ार करते है की चाँद आये और हम अपने दुःख सुख साथ बाटे और उसकी चांदनी में सब दुखो, को भूलकर मीठी नींद  में सो जाये और खो जाये चाँद की चमक में गरिमा

जीवन पानी का बुलबुला

जीवन क्या है? पानी का बुलबुला तो है पाँच तत्वों  से मिलकर बना ये जीवन कब मिटटी में मिल जायेगा कोई नहीं जानता कितने सुख, कितने दुःख सहता है पर जीवन देता है हमेशा हमें नयी ऊर्जा जीने की बचपन से लेकर बुढ़ापे तक,  कितनी होती है सुहानी यादें  एक हमसफ़र के साथ कीयादो के साथ की अनुभूति से सराबोर और उन्ही यादो के सहारे बढ़ता है और हो जाता है पंचतत्वों में विलीन  कितनी छोटा हैजीवन फिर भी लोग लड़ने में, बिता देते है  जीवन कितना है अनमोल इसका अहसास जीवन जाने के बाद होता है  

सादर नमन

वीर जवान खड़ा हिम शिखर  पर सीना ताने  हिम चट्टानों में करता है वो हमारी रक्षा सारी चुनौतियों को स्वीकार करके हमें नाज है उन वीरो पर जो अपनी भारत माता की रक्षा करते, वो भारत माता के लाल जिन्हे धरा पुकारती ऐसे ही एक वीर है जिनकी माँ धन्य है, वो जिन्होंने हनुमनथप्पा को जन्म दिया ६ दिन तक लड़ते रहे मौत से और मौत को दे दिया चकमा पर वो नहीं लड़ पाया और आगे, और वीरता से मौत  लगा लिया धन्य हो हनुमनथप्पा तुम, जो हार कर भी जीत गए तुम्हे नमन हो और  अश्रुपूर्ण विदाई -गरिमा

सावधान पाकिस्तान

कब बधाए रोक सकी है हम आज़ादी के परवानो को कितनी बार   और इम्तहान लेगा पाकिस्तान हमारी हर बार हाथ बढ़ाया दोस्ती का पर हर बार मिला धोखा कितनी बार और लेगा इम्तहान हमारा फिर गिरेंगे फिर उठेंगे सीना ताने हम न झुके है न झुकेंगे चाहे कुछ भी कर लो तुम कितना और करोगे खून खराबा उसका न कोई है हिसाब अब सम्हल जाओ वीरो ने ललकारा सावधान हो जाओ पाकिस्तान वीरो ने ललकारा  गरिमा