सवेरा हो गया
सूरज निकला हुआ सवेरा पंछी निकले अपने घरों से, आसमान में लालिमा छायी मौसम की निराली छटा छायी सिमट गया रात का पहरा रात गयी तो फूल खिले सबके लिए नया पैगाम आया सूरज निकला हुआ सवेरा लोगो के जीवन में आएगा कब सवेरा भूख और बईमानी का अँधेरा कब जाएगा जागो प्यारे तुम भी जागो सरपट से दूर भगाओ अँधेरा जब जागे तब ही सवेरा