नारी 
नारी क्या है?
किसने जाना 
  कोई उसे देवी मानता 
तो कोई पैर की जूती 
नारी नाम है स्वाभिमान का 
न की अपमान का,
तभी तो आज नारी 
हो रही है कम 
ममता का भी हो रहा अपमान 
क्यों उसे सहना पड़ता है अपमान 
क्या वो एक इन्सान नहीं है,
क्यों वो सहे सबके अपमान 
नारी को देवी के रूप में है पूजते 
और फिर उसकी का करते है अपमान 
क्यों न हम समझे की वो भी एक इन्सान 
और उस की इज्ज़त करे 

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