जिन्दगी  बिकती है
रिश्ते बिकते है
प्यार बिकता है
बहुत खरीदार है इन सबको खरदीने के लिए
यहाँ हर रिश्ता बिकता है
कफन  बिकता है
मुर्दे भी बिकते है
सारा  संसार   बिकाऊ है
आप जो खरीद लो
पैसा ही भगवान है यहाँ पैर
क्या क्या खरीदोगे आप
ये socho
सब मिलता है
यहाँ पर 
जिस देश में सब बिकता है
वहा खरीदार बहुत  कम है
भगवन बिकते है
पुजारी बिकते है
सब आमिरो के हाथ में है
क्या करे हम
जिसके पास पैसे  नहीं है
कैसे खरीदे वो ये सब सामान
बताये  जरा  
आप हमें
 

   
   
   

  
 

टिप्पणियाँ

Yashwant R. B. Mathur ने कहा…
बेहतरीन लिखा है।

पैसों से सब कुछ खरीदा जा सकता है पर इज्ज़त नहीं।

सादर
Anju (Anu) Chaudhary ने कहा…
भावपूर्ण अभिव्यक्ति
Yashwant R. B. Mathur ने कहा…
कल 23/12/2011को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
धन्यवाद!
Asha Lata Saxena ने कहा…
बहुत सही लिखा है यहाँ हर चीज बिकती है पर
खरीदार कम हैं |भावपूर्ण अभिव्यक्ति |
आशा
सदा ने कहा…
बहुत ही अच्‍छी प्रस्‍तुति ।
vandana gupta ने कहा…
सही कहा सब बिकता है।
Nidhi ने कहा…
सब ही बिकाऊ है..

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